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रेलवे सुरक्षा बल ने टिकट कालाबाजारी में एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसके तार भारत से लेकर दुबई, पाकिस्तान और बांग्लादेश तक फैले हुए हैं। गिरोह के सदस्य टिकट कालाबाजारी की कमाई आंतकवाद फंडिंग, मनीलॉड्रिंग व गैर कानूनी कार्यों में उपयोग करते थे।
गिरोह का सरगना कम पढ़ा लिखा है, उसने टिकट कालाबाजारी से शुरुआत की और ट्रेनिंग लेकर सॉफ्टवेयर डेवलपर बन गया। यह गिरोह पिछले पांच साल से सक्रिय है और लगभग 1000 करोड़ रुपये कमा चुका था।
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने पत्रकारों को बताया कि गिरोह के सरगना झारखंड के गिरिडीह निवासी गुलाम मुस्तफा को दस दिन पहले भुवश्नेश्वर से गिरफ्तार किया था। उसके साथ 27 लोगों को और पकड़ा गया है। जांच पड़ताल में गुलाम मुस्तफा के पास से आईआरसीटीसी के 563 निजी आईडी पाए गए हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 2400 शाखाओं व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की 600 शाखाओं की सूची मिली है। उसके उक्त बैंकों में खाते होने का संदेह है। इसकी जांच की जा रही है। अरुण कुमार ने बताया कि मुस्तफा से आरपीएफ के अलावा आईबी, स्पेशल ब्यूरो, ईडी, एनआईए व कर्नाटक पुलिस ने पूछताछ की है।
बेंगलुरु से चलाया जा रहा था रैकेट
गिरोह का मास्टर माइंड बेंगलुरु से गिरोह चला रहा था। मुस्तफा ने भागलपुर में भी अपने गिरोह की जड़ें जमा रखी थी। रेलवे ई टिकट की दलाली के जरिए पैसों को देश में कई बैंके में खोल रखे 3000 से ज्यादा खातों के जरिए बाहर भेजा जाता था। यही नहीं बड़ी रकम को क्रिप्टोकरेंसी में भी तब्दील कर दुबई में बैठे आकाओं को पैसा पहुंचाया जाता था।
पहले भी कई गिरोह का हो चुका है पर्दाफाश :
12वीं का छात्र निकला था मास्टर माइंड : 2016 में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है। उस वक्त 12वीं के एक छात्र हामिद असरफ को सीबीआई और रेलवे विजिलेंस की टीम ने यूपी के बस्ती से गिरफ्तार किया था। हामिद ने बेहद शातिराना अंदाज में दो साल के अंदर ही रेलवे को कई करोड़ का चूना लगा दिया था। हामिद ने बताया था कि वह खुद के बनाए एक सॉफ्टवेयर के जरिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट को हैक कर लेता था।
सीबीआई अधिकारी भी पकड़ा गया था : 2017 में भी सीबीआई ने अपने ही विभाग में कार्यरत एक सहायक प्रोग्रामर को तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किया था। सीबीआई कर्मी अजय गर्ग को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से 89.42 लाख रुपये की नकदी, 61.29 लाख रुपये के सोने के गहने जिसमें एक किलो की दो सोने की छड़ें, 15 लैपटॉप, 15 हार्ड डिस्क, 52 मोबाइल फोन, 24 सिम कार्ड, 10 नोटबुक, छह राउटर, चार डोंगल और 19 पेन ड्राइव बरामद शामिल थे।